नई दिल्ली, 8 अप्रैल (मुसरत डॉट कॉम) हाल ही में पारित वक्फ संशोधन अधिनियम को मुस्लिम समुदाय के लिए बेहद हानिकारक बताते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव और सुप्रीम कोर्ट के प्रसिद्ध वकील सरफराज अहमद सिद्दीकी ने कहा कि यह कानून न केवल असंवैधानिक है बल्कि वक्फ संपत्तियों पर कब्जे का रास्ता भी प्रशस्त करेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संसद में इस विधेयक का पुरजोर विरोध किया था और तर्कों के साथ इसकी कमियों को उजागर किया था, लेकिन सत्ता की लालची भारतीय जनता पार्टी सरकार ने कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के तर्कों को नजरअंदाज कर दिया और देर रात दोनों सदनों में विधेयक पारित करा लिया। राष्ट्रपति ने भी मुस्लिम संगठनों से अपील करने और उन्हें मिलने का समय देने के बजाय रात में ही इस पर हस्ताक्षर कर दिए।
उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण से पता चलता है कि सरकार के लिए मुसलमानों की भावनाओं और संवेदनाओं का कोई महत्व नहीं है। मुस्लिम संगठनों ने जेपीसी से मुलाकात कर बिल की तमाम खामियों को उजागर किया था और कहा था कि किस तरह से वक्फ की संपत्ति मुसलमानों के हाथ से छीन ली जाएगी। उन्होंने कहा कि यह विधेयक संविधान के कई प्रावधानों का उल्लंघन करता है। इसलिए इस कानून को वापस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा की तरह वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर मुसलमानों की भावनाओं के साथ खड़ी है और पार्टी के नेता इस लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जिस तरह से मनमाने तरीके से इस विधेयक को पारित किया है, वह पहले कभी नहीं हुआ। बहुमत में होने का मतलब यह नहीं है कि जिनके लिए कानून बनाया जा रहा है, उनकी उपेक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि हम इस कानून के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेंगे।