नई दिल्ली, 25 मार्च (मुसरत.कॉम) भारत जीसीसी (गल्फ कॉरपोरेशन काउंसिल) ट्रेड काउंसिल ने भारत और खाड़ी देशों के बीच ओन्कोलॉजी और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनकी निस्वार्थ सेवाओं के सम्मान में प्रसिद्ध कैंसर सर्जन और मेडीकैंट हॉस्पिटल के प्रमुख डॉ. माजिद अहमद तालिकोटी को मानद स्वास्थ्य आयुक्त नियुक्त किया है।
जीसीसी (गल्फ कॉरपोरेशन काउंसिल) ट्रेड काउंसिल ने प्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट-सर्जन डॉ. माजिद अहमद तालिकोटी को अपना मानद स्वास्थ्य आयुक्त नियुक्त किया है। हाल ही में दिल्ली में आयोजित एक समारोह में डॉ. तालिकोटी को यह सम्मान दिया गया। उन्हें सभी अधिकारों, विशेषाधिकारों, भत्तों और शक्तियों के साथ मानद स्वास्थ्य आयुक्त के रूप में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
देश के नामी कैंसर अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे चुके डॉ. तालिकोटी ने पुरस्कार ग्रहण करते हुए खुशी जाहिर की और कहा कि इस रूप में मेरी भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है और मैं इन स्वास्थ्य के मैदान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए उत्सुक हूं, जिससे भारत और खाड़ी देश (संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, बहरीन, ओमान, कुवैत और कतर) सीमाओं, क्षेत्र, धर्म और मजबूत कूटनीतिक संबंधों से आगे बढ़कर स्वस्थ राष्ट्र बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की सख्त जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मैं भारत और अन्य मुस्लिम देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय संपर्कों को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करता रहूंगा और साथ ही भारतीय मुसलमानों के सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षिक क्षेत्र का विस्तार करना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि डॉ. माजिद बिना किसी भेदभाव के भारत के हर मुसलमान के लिए मौजूद हैं।
डॉ. तालिकोटी को हाल ही में प्रसिद्ध पोर्टल मुस्लिम मिरर द्वारा 100 सबसे प्रभावशाली भारतीय मुसलमानों में से एक नामित किया गया था। "100 सबसे प्रभावशाली भारतीय मुसलमानों में से एक के रूप में पहचाना जाना सम्मान की बात है। पिछले सप्ताह भारत-जीसीसी ट्रेडर्स काउंसिल द्वारा मानद स्वास्थ्य आयुक्त नामित किया जाना उनकी प्रतिष्ठा में एक सुंदर वृद्धि है। इससे पहले, उन्हें दुबई में हेल्थकेयर एक्सीलेंस एशियन अरब अवार्ड 2025 प्राप्त हुआ था।"
डॉ. तालिकोटी एक प्रसिद्ध कैंसर सर्जन हैं और झारखंड के बोकारो में 600 बिस्तरों वाले मेडीकैंट अस्पताल के अध्यक्ष हैं। इस अस्पताल ने क्षेत्र के मरीजों को बहुत ही उचित मूल्य पर उपचार उपलब्ध कराया है।
ज्ञात हो कि कोरोना महामारी के दौरान जब लोग अपने घरों में बंद थे, तब सरकार की अनुमति से एक मेडिकल टीम ने एक बड़े वाहन में कश्मीर से कन्याकुमारी तक यात्रा कर लोगों का इलाज किया और कोरोना के बारे में जागरूकता और ज्ञान पैदा करने का प्रयास किया। वह कैंसर विशेषज्ञ हैं, उनके पास तीन लाख से ज्यादा मरीज हैं और तीन लाख मरीजों में से ढाई मरीजों से उन्होंने एक पैसा भी नहीं लिया है। उन्होंने 20,000 कैंसर रोगियों का ऑपरेशन किया है।