नई दिल्ली, 21 अगस्त (मसर्रत.कॉम) दिल्ली से प्रकाशित साप्ताहिक समाचार पत्र 'राजनितिक वार्ता' ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रमुख व्यक्तियों को राज्यसभा सदस्य राज मणि पटेल, भारत सरकार के उच्च शिक्षा निदेशक मदन लाल सोनी ,डॉ. हर भजन सिंह सिद्धू, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट द्वारा 'राजनितिक वार्ता प्राइड अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया। यह समारोह गत 19 अगस्त को आयोजित किया गया था।
पुरस्कार विजेताओं में यूएनआई उर्दू सर्विस के वरिष्ठ पत्रकार इमरान खान, वरिष्ठ पत्रकार आबिद अनवर और पत्रकार खदीजा सरकार शामिल थी । इसके अलावा पुरस्कार पाने वालों में साईबान के संपादक जावेद रहमानी, डॉ. जावेद फारूकी सदस्य एफसीआई, डॉ. नवनीत सिंह सिंधु, मनजीत कौर, गुलाब सिंह, यासी सक्सेना सहायक प्रबंधक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सुरजीत सिंह कोली, प्रभाकर नारायण पाठक, .कमाल साबरी, इशरत जमील, हदीसुल्लाह, सालिक इमाम व अन्य मौजूद थे. इसके अलावा संत मदर टेरेसा की ओर से डॉ विजिया सरस्वती विश्वविद्यालय, बैंगलोर, राज्यसभा सदस्य, राज्यसभा सदस्य,राज मणि पटेल, मदन लाल सोनी, निदेशक उच्च शिक्षा, भारत सरकार डॉ. हरभजन सिंह सिद्धु, अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट, गुलाब सिंह को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर राज्यसभा सदस्य राजमणि पटेल ने कहा कि एकता, भाईचारा और एकजुटता ही भारत को आगे ले जा सकती है और देश का विकास हो सकता है. उन्होंने युवाओं से दृढ़ संकल्पित रहने की अपील करते हुए कहा कि जब आप कुछ करने की ठान लेते हैं तो पूरी कायनात आपके साथ होती है।
'राजनितिक वार्ता' के मुख्य संपादक चौधरी ए एन शाह ने कहा कि इस अखबार को एक साल पूरा हो गया है. इस दौरान उन्होंने लोगों की आवाज बनने का यथासंभव प्रयास किया। उन्होंने कहा कि समाज और देश के निर्माण और विकास में मीडिया की भूमिका हर युग में महत्वपूर्ण रही है। ऐसे में मीडिया की जिम्मेदारी बढ़ जाती है और मीडिया को अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी और निडरता से निभानी होगी ताकि आम आदमी की समस्याओं को और अधिक जगह मिल सके. राज वार्ता पुरस्कार इसी दिशा में एक पहल है. पत्रकारों को प्रोत्साहित किया जाए तो वे बेहतर करेंगे.
इस अवसर पर आबिद अनवर ने अफजल नदीम को बधाई दी और कहा कि अच्छी पत्रकारिता की जरूरत हर युग में रही है और इस समय ईमानदार और पारदर्शी पत्रकारिता का महत्व अधिक हो गया है. वह अपनी छाप छोड़ने में सफल होंगे. श्री आबिद अनवर ने अफजल नदीम के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से उन्होंने काम किया है, वह जल्द ही इस क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ेंगे.
कुलपति डॉ. विजया सरस्वती ने कहा कि सफलता हासिल करने के लिए आपके अंदर दृढ़ संकल्प होना चाहिए। इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों ने कार्यक्रम को संबोधित किया और कमल साबरी ने निज़ामत का कर्तव्य निभाया।